Vaastu

दो आजुबाजूकी दिशाओं में जब दोष रहता है तब उर्जा और तत्व दोनोमें दोष होनेसे इसका तीव्र विपरीत परिणाम भुगतना पड़ता है । जैसे पूर्व दिशामें शौचालय तथा आग्नेय दिशामें विथिशूला और प्रवेश होनेसे प्राणिक उर्जा और अग्नीतत्वमें बाधा आ जायेगी । यह उर्जा और तत्व एक दूसरेसे जुड़े हुए हैं । इसलिये संतान पर उसका तीव्र विपरीत परिणाम होनेकी संभावना है ।

When two connected directions contain faults then it affects the energy and element connected to these directions. When energy and element both are imbalanced then it's effects on occupants become worse. As here east is polluted due to toilets and southeast has hitting forces with entry , so pranik energy and fire element both are not in good condition. In such cases there happens intense negative effects on children .

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